रुड़की। मैंने लगभग 4 वर्ष पूर्व शूटिंग के क्षेत्र में कदम रखा था जब मैं शूटिंग के खेल से पूरी तरह अनजान था मेरे परिवार में दूर-दूर तक इस खेल के क्षेत्र में कोई नहीं था। मैं अपने पिताजी श्री शील चंद सैनी जी की प्रेरणा व मार्गदर्शन से ही इस खेल की जानकारी प्राप्त कर सका। मेरे पिताजी एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं लगभग 18 वर्ष उन्होंने सेना में अपनी सेवाएं दी हैं। हेल्प केयर का व्यवसाय करने के बावजूद भी मेरे पिताजी की प्राथमिकता में मेरा खेल ही रहा। उनके मन में कसक थी कि गरीबी के कारण खेल प्रतिभाओं को पर्याप्त अवसर नहीं मिल पाता जिससे ये प्रतिभाएं खेलों में आगे नहीं बढ़ पाती। ओलंपिक में खेलते देखना मेरे पिताजी का सपना था जो अब पूरा हो रहा है। मैं 4 वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर खेल चुका हूं। पिछले वर्ष जूनियर भारतीय शूटिंग टीम का हिस्सा था । कारोना के कारण देश के लिए मैं खेल नहीं पाया था। मैंने वर्ष 2021 में राज्य शूटिंग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक प्राप्त किया । लगातार 3 वर्षों से राष्ट्रीय स्तर पर मैं उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं। कल से दिल्ली में ट्रेनिंग का कैंप शुरू हो रहा है । जहां पर अनुभवी कोच द्वारा हमारी टीम की ट्रेनिंग होगी। कड़ा अभ्यास करना होगा। 1 मई 2022 से 15 मई 2022 तक ब्राजील में यह प्रतियोगिताएं होंगी। यह प्रतियोगिता डेफ ओलंपिक यानी जो सुनाई देने में पूरी तरह सक्षम नहीं है उनके लिए होती है। हमने एक प्रार्थना पत्र राज्य सरकार को भी प्रेषित किया है चूंकि मेरे पास जर्मनी की राइफल 4 वर्ष पुरानी है। नई राइफल मिल जाने से उसके बेहतर परिणाम आ सकते हैं। जिसके लिए हमने माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार सहिंत तमाम अपने जनप्रतिनिधियों को पत्र भेजकर राइफल दिलाने में मदद की गुहार की है।
निवेदक-शोर्य सैनी पुत्र श्री शील चंद सैनी रुड़की।