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कांवड़ मेले के लिए मुजफ्फरनगर प्रशासन ने तीन चरणों में रूट डायवर्जन किया है।

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गुरुवार 14 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो गया है और सावन शुरू होते ही कांवड़ यात्रा भी शुरू हो चुकी है। कांवड़ मेले के लिए मुजफ्फरनगर प्रशासन ने तीन चरणों में रूट डायवर्जन किया है।मुजफ्फरनगर दिल्ली और हरिद्वार के बीच महत्वपूर्ण प्वाइंट हैं जहां से कांवड़ मेला गुजरता है। दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और यूपी के कई जिलों से कांवड़िया मुजफ्फरनगर होते हुए ही हरिद्वार के लिए जाते हैं। इसलिए प्रशासन ने कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए प्रशासन ने 14 जुलाई से मुजफ्फनगर नेशनल हाईवे पर बड़े कमर्शियल वाहनों की एंट्री बंद कर दी है। हरिद्वार की तरफ जाने वाले हेवी कमर्शियल वाहनों को रामपुर तिराहे से देवबंद होते हुए, छुटमुलपुर होते हुए हरिद्ववार और रुड़की भेजा जाएगा।ट्रैफिक एसपी कुलदीप सिंह के मुताबिक 21 जुलाई को एनएच- 58 हाईवे पर कमर्शियल वाहनों को प्रतिबंधित किया जाएगा। प्रशासन के मुताबिक कांवड़ियों की भीड़ पर निर्भर करेगा कि कितने रूटों को डायवर्ट किया जाए। राजधानी दिल्ली से आने वाले वाहनों को हरिद्वार तक कैसे पहुंचाया जाए इसकी व्यवस्था की जा रही है। जानकारी के मुताबिक दिल्ली से आने वाले नॉर्मल ट्रैफिक ईस्टर्न वेरी एक्सप्रेसवे से हरियाणा से होते हुए सहारनपुर, हरिद्वार डायवर्जन किया जाएगा। इसके अलावा प्रशासन ने पानीपत-करनाल रूट को भी चिन्हित करके रखा गया है। जरूरत पड़ी तो इस रूट का भी इस्तेमाल किया जाएगा।मुजफ्फरनगर रोडवेज डिपो के प्रभारी राजकुमार तोमर के मुताबिक मुज़फ्फरनगर रुड़की हरिद्वार के मार्ग 18 तारीख से डायवर्ट होंगे। बसों को भोपा-मोरना-लक्सर से होकर हरिद्वार भेजा जाएगा। 20 जुलाई से मेरठ हाईवे बंद होगा। गौरतलब है कि दो साल बाद कांवड़ यात्रा शुरू हो रही है। इसके चलते प्रशासन को उम्मीद है कि इस बार काफी भीड़ कावंड़ यात्रा के दौरान आएगी।

समर्थ भारत न्यूज़
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