Latest Update

आज बिशंबर सहाय ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन, रुड़की के में *अंतरराष्ट्रीय योग दिवस* का आयोजन किया गया।

Getting your Trinity Audio player ready...

आज बिशंबर सहाय ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन, रुड़की के में *अंतरराष्ट्रीय योग दिवस* का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में संस्थान के सचिव चन्द्र भूषण शर्मा जी ने पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और उन्होंने कहा कि यह हमारी हजारों साल पुरानी संस्कृति है जिसे आज पूरे विश्व ने स्वीकार किया है। योग परंपरा न केवल मनुष्यौ के लिए वरदान है अपितु पूरी मानव जाति को स्वस्थ रखने का एक उपाय है।इस अवसर पर संस्थान के कोषाध्यक्ष श्री सौरव भूषण शर्मा जी ने कहा कि प्रत्येक वर्ष की भांति हमारे संस्थान के द्वारा योग दिवस मनाया जा रहा है, इस कार्यक्रम में संस्थान के प्रत्येक विभाग के अध्यापक अध्यापिका व छात्र छात्राएं प्रतिभाग करते हैं। इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी के मन में योग के प्रति चेतना का जागरण होता है। इस कार्यक्रम के द्वारा हमारा यह प्रयास रहता है कि संस्थान को ही नहीं बल्कि हमारे क्षेत्र के लोगो को भी इसका लाभ हो।इस अवसर पर संस्थान के मैनेजिंग डायरेक्टर गौरव भूषण शर्मा जी ने कहा आज योग और आयुर्वेद के द्वारा चिकित्सा के क्षेत्र में जो परिवर्तन आये है वह वास्तव में हमारे देश के उस विज्ञान को बताते का प्रयास है जिसे हमने विस्मृत कर दिया था और उसके महत्व को समझने में बहुत समय लगा दिया आज उस विज्ञान को जानने में पूरा विश्व लगा है।इस अवसर पर प्राध्यापक विवेक वियुद्ध जी ने कहा कि,आज भी समाज में कई ऐसे जीवन्त उदाहरण हमारे सामने है जो योग के द्वारा स्वस्थ जीवन का संदेश देते हैं उनमें से एक नाम पद्मश्री से सम्मानित 126 वर्षीय बाबा शिवानंद जी का भी है। ये हम सभी के लिए प्रेरणा के रूप है स्वामी शिवानंद बाबा राष्ट्र के लिए प्रेरणा स्त्रोत है, और योगा सभी के लिए कितना आवश्यक है इसका संदेश देते हैं और स्वस्थ्य दिनचर्या को अपनाने की सलाह देते हैं ।

इस अवसर पर एकेडमिक डीन श्री दिवाकर जैन जी ने कहा योग से केवल स्वास्थ्य निरोग रहता है बल्कि मनुष्य में आत्मविश्वास, साहस, धैर्य और कठिन परिश्रम करके हर समस्या का सामना करना और जीवन में आगे बढ़ते जाना का साहस उत्पन्न होता है। इस अवसर पर श्री शाहजैब आलम जी ने कहा कि हर सुबह आपके चेहरे पर मुस्कान व सकारात्मक के भावों को प्रकट करने वाले साधन का एक नाम योग भी है, योग सभी मनुष्य के लिए वरदान साबित हो सकता है सभी को इसे अपने जीवन में अपनाना चाहिए।इस अवसर पर दिवाकर जैन, शाहजेब आलम, विवेक वियुद्ध, सुनील चौहान, प्रवीण कुमार, अबाद मोहम्मद, एम०एच० अंसारी, श्रीमती संजना शर्मा, कुमारी वंदना, सुनील कुमार, शाहीन कस्सार, हुमा, ज्यौति, आदि अध्यापक अध्यापिका उपस्थित रहे ।

समर्थ भारत न्यूज़
समर्थ भारत न्यूज
error: Content is protected !!