शहीद भगत सिंह बिग्रेड वेलफेयर सोसायटी रुड़की द्वारा आज 11 मार्च को सम्राट पृथ्वीराज चौहान जी और छत्रपति शिवाजी महाराज के वीर पुत्र शंभाजी राजे भोसले जी को उनके शहादत दिवस पर पुष्प अर्पित कर के श्रद्धांजलि दी गई।
संस्था के अध्यक्ष गौरव कुमार ने कहा की दोनो ही वीर योद्धा अजेय थे सम्राट पृथ्वीराज चौहान के साथ जयचंद के द्वारा किए गए धोके के कारण उन्हें मोहमद गोरी से हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन उस से पहले 14 बार उसे युद्ध में हराकर जान की भिक मांगने पर जीवित छोड दिया था। पर अंतिम समय में शब्द भेदी बाण चला कर उन्होने उसे मारकर ही अपने प्राण त्यागे थे।
संभाजी राजे भोसले जी ने अपने २१ वर्ष के जीवन काल में १२९ लड़ाइयां लड़ी और हमेशा अजेय रहे थे, एक बार अपने गुरु कवि कलश के साथ बिना हथियार के पैदल यात्रा करने पर उन्हें धोखे से औरंगजेब ने उन्हें बंदी बना लिया था, और धर्म कबूलने को कहा गया पर उनपर कई अत्याचार करने के बाद भी उन्होंने उनका धर्म स्वीकार नहीं किया और उनके शरीर के कई सो टुकड़े किए गए और वो मातृभूमि पर बलिदान हो गए। तभी कहा जाता है की….
*देश धर्म पर मिटने वाला वीर शिवा का छावा था, वो परम प्रतापी परम वीर सा एक ही संभू राजा था।*
इस अवसर पर,सुशील पुंडीर, राजू चौधरी,अमनदीप सिंह, गौरव कुमार, बलदेव राज, अखिलेश, विनोद,अनिल, सतनाम सिंह, प्रशांत अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।