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मोहाली MMS कांड: क्या मुंबई से भी है कनेक्शन? अब विदेशी नेटवर्क, पोर्न साइट के एंगल से भी होगी जांच

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चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के वीडियो कांड मामले की जांच तेज हो गई है। पुलिस सूत्रों से पता चला है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उनके मोबाइल फोन पर मुंबई समेत अन्य महानगरों से लगातार फोन कॉल्स आ रही थीं। यह फोन कॉल्स क्यों आ रही थीं, इसका पता नहीं चला है लेकिन इससे पुलिस की जांच का दायरा बढ़ गया है। हालांकि पुलिस ने आरोपियों के फोन जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजे हैं। साथ ही जिन नंबरों से फोन आ रहे थे, उनकी भी जांच शुरू कर दी गई है। 

यह भी कहा जा रहा है कि आरोपी शिमला जैसे शहर के रहने वाले हैं जो पर्यटन का गढ़ है। वहां पर विदेशी सैलानी भी खूब आते हैं। ऐसे में कहीं इनके संबंध किसी विदेशी नेटवर्क से तो नहीं हैं, जो पोर्न वेबसाइट से जुड़ा हो और जहां यह इस तरह के अश्लील वीडियो भेजकर आरोपी आसानी से पैसे कमा रहे हों। ऐसे में पुलिस आरोपियों और उनके परिवार की संपत्ति व अन्य चीजों की भी पड़ताल कर रही है। इससे पहले रविवार रात को पुलिस की टीम आरोपियों को लेकर मोहाली पहुंची। साथ ही तीनों को आमने सामने बैठाकर पूछताछ की गई जिसमें साफ हो गया कि तीनों पुराने मित्र हैं। हालांकि आरोपी छात्रा वीडियो क्यों बनाती थी, इस चीज पर जांच की सुई फंसी है।

लड़कियों को आ रहे धमकी भरे फोन की जांच शरू

वीडियो कांड के दौरान यूनिवर्सिटी की कुछ छात्राओं को धमकी भरे फोन आने की बात सामने आई है। पुलिस ने इसकी भी जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि छात्राओं को विदेश से धमकी भरे फोन आने की बात कही जा रही है। जांच में यह देखा जा रहा है कि सच में विदेश से फोन आया है कि अपने ही देश में बैठे किसी शरारती तत्व ने ये खेल किया है क्योंकि कई ऐसे एप हैं जिससे इस तरह की कॉल संभव है। दूसरा यह भी जांच की जा रही है कि छात्राओं के नंबर इन लोगों तक कैसे पहुंचे। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।

सात दिन में खुलने लगेंगी मामले की परतें

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी वीडियो कांड की परतें एक सप्ताह बाद हटने लगेंगी। एसडीएम के नेतृत्व में बनी कमेटी और विवि की जांच कमेटी को एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट देनी है। वहीं मोहाली पुलिस एक सप्ताह की पूछताछ के बाद आरोपियों को दोबारा कोर्ट में पेश करेगी। तब तक कई अहम जानकारी पुलिस के पास होगी। 

मामले में अब जांच कमेटियों की रिपोर्ट पर सबकी नजरें टिकी हैं। रविवार सुबह जांच करने पहुंचे डीसी अमित तलवार ने तत्काल मामले की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया था। एसडीएम के नेतृत्व में टीम बनाकर उन्होंने सात दिन में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। दोपहर में अदालत ने भी आरोपियों से पूछताछ के लिए पुलिस को सात दिन का रिमांड दे दिया। इसके बाद रविवार शाम को मामला बढ़ा तो सोमवार सुबह विवि प्रबंधन ने भी जांच बैठा दी। सरकार ने भी एडीजीपी गुरप्रीत कौर के नेतृत्व में जांच टीम बना दी है। 

समर्थ भारत न्यूज़
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