कोरोना के बाद अब उत्तराखंड में डेंगू केसों में लगातार इजाफा हो रहा है। चिंता की बात है कि देहरादून, रुड़की, आदि शहरों में डेंगू पॉजिटिवों की संख्या में बढ़ाेतरी हो रही है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से अलर्ट भी जारी किया गया है।दूसरी ओर, नगर निगम द्वारा फॉगिंग भी की जा रही है ताकि डेंगू केसों पर लगाम लगाया जा सके।
देहरादून में डेंगू मरीज 100 के पार, 13 नए केस मिले
जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या 100 के पार पहुंच गई है। शुक्रवार को 13 डेंगू के नए केस मिले हैं। जिनमें चार महिलाएं और नौ पुरुष है। जिला मलेरिया नियंत्रण अधिकारी सुभाष जोशी के मुताबिक दो मरीज अस्पतालों में भर्ती है, बाकी घरों पर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। सभी रोगियों की स्थिति सामान्य है । सभी रोगियों के क्षेत्रों में डेंगू निरोधात्मक कार्यवाई की जा रही है। जिले में अब तक डेंगू मरीजों की संख्या 104 हो चुकी है।
छह डेंगू मरीज रेफर, 31 और में पुष्टि
ब्रह्मपुरी- शंकरपुर में डेंगू के 31 और मरीज मिले हैं। चार दिन पहले लिए गए सैंपल की रिपोर्ट आ गई है। डेंगू से पीड़ित छह मरीजों की प्लेटलेटस गिरने पर उन्हें स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मेला अस्पताल हरिद्वार के डेंगू वार्ड में भर्ती कराया है। करीब एक माह से बुखार प्रभावित ब्रह्मपुरी- शंकरपुर में लोगों की ब्लड जांच के बाद डेंगू के मरीज सामने आ रहे हैं।
एजाइजा जांच में 46 लोगों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी थी। 22 लोग रैपिड जांच में डेंगू पॉजिटिव आए। क्षेत्र में डेंगू के मामले थम नहीं रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि डेंगू की रोकथाम को लेकर लगातार काम किया जा रहा है। भाग की टीम ने डेंगू मरीजों की प्लेटलेट्स की जांच कराई थी।
छह मरीजों की प्लेटलेट्स कम आई है। जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इन मरीजों को मेला अस्पताल हरिद्वार में भर्ती करा दिया है। इसमें एक मरीज को सुबह और बाकी को दिन में भेजा गया। मरीजों की हालत खतरे से बाहर बताई गई है। इससे पहले गुरुवार को भी एक महिला को मेला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
चार दिन पहले 69 मरीजों के सैंपल लिए गए थे। यह सभी बुखार से पीड़ित थे। उनकी जांच रिपोर्ट भी विभाग को मिल गई है। 31 मरीजों में डेंगू की पुष्टि रिपोर्ट में हुई है। जिला मेलेरिया नियंत्रण अधिकारी गुरनाम सिंह ने टीम के साथ गांव का निरीक्षण किया।
सिविल असपताल के सभी बेड हैं फुल
रुड़की में इस सप्ताह तक डेंगू का एक भी मरीज नहीं था। लेकिन ब्रह्मपुरी- शंकरपुर में बुखार पीड़ितों की जैसे ही जांच हुई वैसे ही मरीज मिलने लगे। सिविल अस्पताल में डेंगू मरीजों को वार्ड नहीं मिल रहा। यहां डेंगू आइसोलेशन वार्ड में भी दूसरे मरीज भर्ती हैं। सिविल अस्पताल में करीब एक माह से बेड फुल चल रहे हैं। नए बेड अब तक बनकर तैयार नहीं हुए हैं।
हर साल इस सीजन में डेंगू के मरीज आते हैं। सिविल अस्पताल में अलग से डेंगू आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। इस बार अब तक रुड़की क्षेत्र में डेंगू के मरीज नहीं आए थे तो इस वार्ड का उपयोग अब तक अन्य रोगों के मरीजों के उपचार के लिए चल रहा था। सिविल अस्पताल में डेंगू मरीजों के खून की एलाइजा जांच तो हो रही है, लेकिन बेड फुल होने के कारण भर्ती नहीं किया जा रहा है।
करीब एक माह से बेड फुल चल रहे हैं। कई बार तो इस कारण जो ऑपरेशन बेहद जरूरी नहीं थे, उन्हें टाल दिया गया। मेला अस्पताल में ही जिले का डेंगू आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। यहीं मरीज रेफर किए जा रहे हैं। सिविल अस्पताल में चालीस बेड और बनाए जा रहे हैं।
करीब तीन माह से इन पर काम चल रहा है। लेकिन अब तक यह काम पूरा नहीं हो पाया है। अगर यह वार्ड तैयार हो जाते तो डेंगू मरीजों को हरिद्वार भेजने की जरूरत नहीं पड़ती।